Neighbourhood News Desk/ Uttrakhand
आनन्दमयी पुलिया पर गंगा में समाहित सीवरयुक्त नाले की निर्माण नहीं रूकने से स्पर्श गंगा टीम के सदस्यों में भारी आक्रोश दूसरे दिन भी स्पर्श गंगा टीम के संयोजक शिखर पालीवाल के नेतृत्व में दर्जनों टीम के सदस्यों ने नाले के निर्माण को रूकवाना चाहा लेकिन विभाग द्वारा नाले का निर्माण यशाशीघ्र जारी रखने का हवाला दिया। जिस दौरान नाले का निर्माण रोकने के लिए पहुंचे स्पर्श गंगा टीम के सदस्य विभाग द्वारा निर्माण स्थान यर भारी पुलिस बल बुलाया। इस अवसर पर स्पर्श गंगा टीम के संयोजक शिखर पालीवाल ने कहा कि विरोध करने के बावजूद भी विभाग कं अधिकारी कर्मचारी हठधर्मिता अपना रहे हैं। गंगा में सीवरयुक्त नाले को समाहित किया जा रहा हैं। जिसका खुलकर विरोध किया जायेगा। किसी भी सूरत में नाले का गंदा पानी गंगा में समाहित नहीं होने दिया जायेगा।
विभाग नाले को समाहित करने की बजाए कोई और रास्ता भी अपना सकता था। विभागीय अधिकारियों को नाले निर्माण का संज्ञान लेना चाहिए। शिखर पालीवाल ने नाले निर्माण की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय व नदी विकास व गंगा सरंक्षण मंत्री को करने का बात भी कही। शिखर पालीवाल ने कहा कि जबकि बड़े पैमाने पर संत समाज भी नाले का विरोध कर रहा है स्थानीय लोगों में भी नाले के निर्माण को लेकर नाराजगी बनी हुई है। लेकिन विभागीय अधिकारी जनता की मांग को दरकिनार करते हुए सीवरयुक्त नाला सीधे तौर पर गंगा में डालने का प्रयास कर रहे हैं। लगातार गंगा संरक्षण संवर्द्धन, गंगा अविलरता कोलेकर स्पर्श गंगा टीम अपने प्रयास कर रही है। बड़े पैमाने पर हरिद्वार के गंगा घाटों पर जनजागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं। गंगा में गिर रहे नालों को लेकर शासन प्रशासन भी सहयोग की बात कर रहें हैं। लेकिन विभागिय अधिकारी अपने गलत कार्यों की इति श्री कर गंगा में ही गंदें नालों के छोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
Categories: News